फलन ( Function) : किसी नियम f के A से B में फलन होने के लिए,
- A और B अरिक्त समुच्चय हो |
- A के प्रत्येक अवयव का नियम f के अधीन B में प्रतिबिंब होना चाहिए |
- A के किसी अवयव का प्रतिबिंब B में एक से अधिक नहीं होना चाहिए |
यदि f, A से B में एक फलन हो तो इसे f : A → B लिखा जाता है |
यदि f, A के अवयव x को B के अवयव y से संबंधित करता है, तो y, x का f के अधीन प्रतिबिंब (image ) कहलाता है तथा x को y का पूर्व-प्रतिबिंब ( pre-image ) कहते हैं |
Example :
उदहारण (i) तथा (ii) A से B में फलन है लेकिन (iii) तथा (iv) A से B में फलन नहीं है | क्योंकि (iii) A के अवयव 2 का प्रतिबिंब के से अधिक है | (iv) A के अवयव 3 का प्रतिबिंब B में नहीं है |
फलन के प्रांत, परिसर तथा सहप्रांत ( Domain, Range and Co-domain of a function )
माना f, A से B में एक फलन है ( f : A → B) तो –
(i) समुच्चय A को फलन f का प्रांत कहते हैं |
Dom (f) = A
(ii) समुच्चय A के सभी अवयवों के प्रतिबिंब को , फलन f का परिसर कहते हैं |
Range (f) = { f (x) ; x ∈ A ]
(iii) समुच्चय B को फलन f का सहप्रांत कहते हैं |
फलन के प्रकार ( Types of function ) :
- एकैकी या एकैकी फलन ( One – one or injective ) : फलन f : A → B एकैकी या एकैकी फलन कहलता है यदि A के भिन्न-भिन्न अवयवों के B में भिन्न-भिन्न प्रतिबिंब हो |
Example :
2. बहुएकी फलन ( Many-one function ) : फलन f : A → B बहुएकी फलन कहलाता है यदि A के कम-से-कम दो अवयवों का B में प्रतिबिंब समान हो |
या, फलन f : A → B के बहुएकी फलन कहलाता है यदि f एकैकी नहीं हो |
Example :
3. आच्छादक या आच्छादी फलन ( Onto or Surjective Function ) : फलन f : A → B आच्छादक फलन कहलाता है यदि B के प्रत्येक अवयव A के किसी-न-किसी अवयव का प्रतिबिंब हो |
यदि f : A → B ममे आच्छादक हो तो f (A) = B
Example :
नोट –
( i ) एकैकी तथा आच्छादक दोनों है |
( ii ) बहुएकी तथा आच्छादक दोनों है |
4. एकैकी आच्छादक या एकैकी आच्छादी फलन ( One-one onto or Bijective Function) : फलन f : A → B एकैकी आच्छादक फलन कहलाता है यदि f एकैकी तथा आच्छादक दोनों हो |
Example :
5. अंत: क्षेपी फलन ( Into function ) : फलन f : A → B अंत: क्षेपी फलन कहलाता है यदि B में कम-से-कम ऐसा अवयव हो जिसका पूर्त A में कोई पूर्व प्रतिबिंब न हो |
यदि f : A → B में अंत: क्षेपी फलन हो तो f (A) ⊂ B
अत: क्षेपी फलन के प्रकार –
(a) एकैकी अंत: क्षेपी फलन ( One-one Into function ): फलन f : A → B एकैकी अंत: क्षेपी फलन कहलाता है यदि f एकैकी तथा अंत: क्षेपी दोनों हो |
Example :
(b) बहुएकी अंत: क्षेपी फलन ( Many-one Into function ) : फलन f : A → B बहुएकी अंत: क्षेपी फलन कहलाता है यदि f बहुएकी तथा अंत: क्षेपी दोनों हो |
Example :
6. बहुएकी आच्छादक फलन ( Many-one Onto function ) : फलन f : A → B बहुएकी आच्छादक फलन कहलाता है यदि बहुएकी तथा आच्छादक दोनों हो |
Example :
एकैकी आच्छादक फलन की जाँच :
- माना कि फलन f: R → R, f (x) = 2x + 3 द्वारा परिभाषित है |
हल :
एकैकी :
माना f (x1 ) = f (x2 ), ∀ x1 , x2 , ∈ A
2x1 + 3 = 2x2 + 3
2x1 = 2x2
x1 = x2
∴ f एकैकी फलन है,
आच्छादक :
माना y = f (x) ⇒ y = 2x + 3
⇒ x = ∈ R, जब y ∈ R
∴ f आच्छादक फलन है |
अत: f एकैकी आच्छादक फलन है |
2. माना कि फलन f : N → N, f (x) = 3x + 2 द्वारा परिभाषित है |
हल :
एकैकी :
माना f (x1 ) = f (x2 ), ∀ x1 , x2 , ∈ A
3x1 + 2 = 3x2 + 2
3x1 = 3x2
x1 = x2
∴ f एकैकी है |
आच्छादक : माना y = f (x)
y = 3x + 2
x =
∴ f आच्छादक फलन नहीं है,
3. माना कि फलन f: R → R, f (x) =x2 + 2 द्वारा परिभाषि है |
हल :
एकैकी :
माना f (x1 ) = f (x2 ), ∀ x1 , x2 , ∈ A
x12 + 2 = x22 + 2
x12 = x22
x1 ≠ ± x2
∴ f एकैकी नहीं है |
नोट: यदि फलन एकैकी न हो तो वह बहुएकी फलन कहलाता है |
आच्छादक :
माना y = f (x) ⇒ y = x2 + 2
x2 = y – 2
x =
∴ f आच्छादक फलन नहीं है |
नोट:
- यदि फलन एकैकी आच्छादक न हो तो वह बहुएकी अंत: क्षेपी फलन होता है |
- यदि फलन एकैकी हो तथा आच्छादक न हो तो वह एकैकी अंत: क्षेपी फलन होता है |
प्रश्नावली 2.1
1. यदि A = { 1, 2, 3, 4 } तथा B = { a, b, c, d } हैं तो f : A → B f : A → B में , निम्नलिखित फलन किस प्रकार का फलन है –
- { (1, a), (2, b), (3, c), (4, d) }
- { (1, a), (2, a), (3, a), (4, a) }
- { (1, a), (2, c), (3, d), (4, d) }
2. यदि A = {1, 2, 3 } तथा B = { a, b } है तो f : A → B में किस प्रकार का फलन है –
f = { (1, a ), (2, b), (3, a) }
3. निम्नलिखित फलनों की एकैकी, आच्छादक, बहुएकी, अंत: क्षेपी एकैकी आच्छादक गुणों की जाँच करे –
- f (x) = x2 द्वारा प्रदत्त f : N → N फलन है |
- f (x) = x2 द्वारा प्रदत्त f : R → R फलन है |
- f (x) = x2 द्वारा प्रदत्त f : Z → Z फलन है |
- f (x) = x2 द्वारा प्रदत्त f : N → N फलन है |
- f (x) = 2x द्वारा प्रदत्त f : R → R फलन है |
- f (x) = [x] द्वारा प्रदत्त ,महत्तम पूर्णांक फलन f : R → R फलन है |
- f (x) = ex द्वारा प्रदत्त f : R → R फलन है |
- f (x) = 2x + 1 द्वारा प्रदत्त f : Z→ Z फलन है |
- f (x) = [x] द्वारा प्रदत्त महत्तम पूर्णांक फलन f : R → Z फलन है |
4. समुच्चय A = { 1, 2, 3, 4, 5 } में सभी f : A → A आच्छादक फलनों की संख्या ज्ञात कीजिए |
5. सिद्ध कीजिए कि फलन f : N → N जो f (x) = 2x, ∀ x ∈ N से परिभाषित है, एकैकी तथा अंत: क्षेपी है |
6. सिद्ध कीजिए कि फलन f : R → R जो f (x) = x – [x] से परिभाषित है तो एकैकी है और न ही आच्छादक |
7. यदि A = { 1 2, 3 } है तथा f : A → A में एकैकी फलन है तो सिद्ध करें कि f आच्छादक फलन भी होगा |
8. माना कि f : R → R इस प्रकार परिभाषित है –
सिद्ध करें कि फलन f न तो एकैकी है और न आच्छादक है |
9. माना कि f : N → N पर परिभाषित फलन है –
f (n) = n + 1, यदि n विषम है,
= n – 1, यदि n सम है | तथा n ∈ N
सिद्ध कीजिए f एकैकी आच्छादक है |
10. सिद्ध कीजिए कि फलन f : R – {3} → R – {1} जो f (x) =
11. माना कि A = { 1, 2, 3 }, A से A में सभी एकैकी फलन निकालें |
12. माना कि f : A → B में एकैकी फलन है f का परिसर = {r} है, तो A में अवयवों की संख्या बताएँ |
बहुविकलपीय प्रश्न ( Multiple Choice Questions )
13. फलन f: N → N जो f (x) = 2x + 7 द्वारा परिभाषित है –
- एकैकी फलन है
- बहुएकी फलन है
- आच्छादक फलन है
- एकैकी आच्छादक फलन है
14. माना कि f: R → R, f (x), =
- एकैकी है
- आच्छादक है
- एकैकी आच्छादक है
- इनमें से कोई नहीं
15. यदि f: A → B में आच्छादक फलन हो तो
- f (A) ⊂ B
- f (A) = B
- f (A) ⊃ B
- इनमें से कोई नहीं
16 . यदि f: A → B में अंत: क्षेपी फलन हो , तो
- f (A) ⊂ B
- f (A) = B
- f (A) ⊃ B
- इनमें से कोई नहीं
उत्तरमाला
1. (i) एकैकी आच्छादक (ii) बहुएकी अंत: क्षेपी (iii) बहुएकी अंत: क्षेपी
2. बहुएकी आच्छादक
3.
- एकैकी अंत: क्षेपी
- बहुएकी तथा अंत: क्षेपी
- बहुएकी तथा अंत: क्षेपी
- एकैकी तथा अंत: क्षेपी
- एकैकी आच्छादक
- बहुएकी तथा अंत: क्षेपी
- एकैकी तथा अंत: क्षेपी
- एकैकी तथा अंत: क्षेपी
- एकैकी आच्छादक
4. 25
11. { (1, 1), (2, 2), (3, 3) }, { (1, 2), (2, 1), (3, 3), }
{ (1, 3), (3, 1), (2, 2) }, { (1, 1), (2, 3), (3, 2) },
{ (1, 2), (2, 3), (3, 1) }, { (1, 3), (2, 1), (3, 2) }
12. a 13. a 14. c 15. b 16. a
फलनों का संयोजन या फलन का फलन ( Composition of Functions or Function of function )
माना कि f : A → B तथा g : B → C कोई दो फलन हैं | f तथा g का संयोजन gof द्वारा सूचित होता है तथा निम्न प्रकार से परिभाषित किया जाता है –
( gof ) : A → C : ( gof ) ( x ) = g ( f (x ) ), ∀ x ∈ A .
dom( gof ) = dom( f )
तथा go f परिभाषित होने के लिए, range ( f ) ⊆ do m ( g ) .
नोट : fog परिभाषित होने के लिए range ( g ) ⊆ do m ( f ) तथा dom ( fog ) = dom ( g ) .
फलन मशीन ( Function Machine ) :
Example :
माना f = { (1, 2), (3, 5), (4, 1) }
तथा g = { (1, 3), (2, 3), (5, 1) }
dom ( f ) = { 1, 3, 4 }, range ( f ) = { 1, 2, 5 }
dom ( g ) = { 1, 2, 5 }, range ( g ) = { 1, 3 }
range ( f ) ⊆ dom ( g )
∴ gof परिभाषित है |
gof ( 1 ) = g ( f ( 1 ) ) = g ( 2 ) = 3
gof ( 3 ) = g ( ( 3 ) ) = g ( 5 ) = 1
gof ( 4 ) = g ( f ( 4 ) ) = g ( 1 ) = 3
gof = { (1, 3), (3, 1), (4, 3) }
ronge ( g ) ⊆ dom ( f )
∴ fog परिभाषित है |
fog ( 1 ) = f ( g ( 1 ) ) = f ( 3 ) = 5
fog ( 2 ) = f ( g ( 2 ) ) = f ( 3 ) = 5
fog ( 5 ) = f ( g ( 5 ) ) = f ( 1 ) = 2
fog = { (1, 5), (2, 5), (5,2) }
फलनो के संयोजन के कुछ गुणधर्म ( Some properties of composition of function )
Property I. फलनों का संयोजन साहचर्य होता है |
प्रमाण : माना कि f : A → B, g : B → C तथा h : C → D कोई तीन फलन है |
तो gof : A → C तथा hog : B → D
ho ( gof ) : A → D तथा (hog )of ) : A → D पर परिभाषित होगा |
∴ dom [ ho ( gof ) ] = dom [ ( hog ) of ]
[ ho ( gof ) ] ( x ) = h [ ( gof )( x ) ], ∀ x ∈ A
= h [ g { f ( x ) } ]
= h [ g ( y ) ] , जहाँ y = f ( x )
= h ( z ), जहाँ z = g ( y ) = g [ f ( x ) ] — ( i )
तथा [ ( hog ) of ] ( x ) = ( hog ) { f ( x ) }
= ( hog ) ( y )
= h [ g ( y ) ]
= h ( z ) — ( ii )
समी० ( i ) तथा समी० ( ii ) से,
[ ho ( gof ) ] ( x ) = [ ( hog )of ] (x), ∀ x ∈ A
ho ( gof ) = ( hog ) of
अत : फलनों का संयोजन साहचर्य होता है |
Propety II. दो एकैकी आच्छादक फलनों का संयोजन एकैकी आच्छादक होता है |
प्रमाण :
माना f : A → B तथा g : B → C एकैकी आच्छादक फलन है | तो go f : A → C परिभाषित फलन है |
gof एकैकी :
माना ( gof ) ( x1 ) = ( gof ) ( x2 ) , ∀ x1 , x2 ∈ A
g [ f ( x1 ) ] = g [ f ( x2 ) ]
f ( x1 ) = f ( x2 ) [
x1 = x2 [
अत : gof एकैकी है |
gof आच्छादक :
माना z , C का कोई स्वेच्छ अवयव है |
∴ z = g ( y ), किसी y ∈ B के लिए
अब, f : A → B आच्छादक है तथा y ∈ B.
∴ y = f ( x ), किसी x ∈ A के लिए
z = g ( y ) = g [ f ( x ) ] = ( gof ) ( x ), ∀ x ∈ A
∴ फलन ( gof ) : A → B आच्छादक है,
अत : gof एकैकी आच्छादक फलन है |
Property III. किसी फलन का तत्समक फलन से संयोजक खुद वही फलन होता है |
या ,
माना f : A → B फलन है | तो सिद्ध करना है : –
fo IA = IB of = f , जहाँ I एक इकाई फलन है |
प्रमाण :
∴ foIA (x) : A → B
माना x ∈ A ⇒ IA (x) = x, ∀ x ∈ A
foIA (x) = f ( IA (x) )
= f (x)
∴ foIA = f
पुन: f : A → B तथा IB : B → B ⇒ IB of : A → B
माना f (x) = y तो y ∈ B, ∀ x ∈ A
(IB of) (x) = IB ( f (x) )
= IB (y)
= y
= f (x)
∴ IB of = f
अत: ∴ foIA = IB of = f
Property IV : माना कि f : A → B तथा g : B → A दो फलन है ताकि gof = IA तो f एकैकी तथा g आच्छादक है |
प्रमाण :
f एकैकी :
f (x1 ) = f (x2 ), ∀ x1 , x2 , ∈ A
⇒ g ( f (x1 ) ) = g ( f (x2 ) )
gof (x1 ) =go f (x2 )
IA (x1 ) = IA (x2 ) [
x1 = x2
∴ f एकैकी है |
g आच्छादक :
माना f (x) = y ∈ B, ∀ x ∈ A
g (y) = g ( f (x) )
= gof (x)
g (y) = IA (x) [
g (y) = x
∴फलन g के सहप्रांत A के सभी अवयवों का पूर्व – प्रतिबिंब प्रांत B में है |
∴ g आच्छादक है |
Property V : माना कि f : A → B तथा g : B → A दो फलन है ताकि fog = IB तो f आच्छादक तथा g एकैकी है |
प्रमाण :
f आच्छादक :
माना y ∈ B
माना g (y) = x
f (x) = f ( g (y) )
= fog (y)
= IB(y) [
= y
फलन f के सहप्रांत B के सभी अवयवों का पूर्व – प्रतिबिंब प्रांत A में है |
∴ f आच्छादक है |
g एकैकी :
g (y1) = g (y2), ∀ y1 , y2 ∈ B
⇒ f ( g (y1) ) = f ( g (y2) )
⇒ fog (y1) = fog (y2)
⇒ IB (y1) = IB (y2) [
⇒ y1 = y2
∴ g एकैकी है |
Property VI : माना कि f : A → B तथा g : B → A दो फलन है, तो
- gof : A → C आच्छादक है ⇒ g : B → C आच्छादक है |
- gof : A → C एकैकी है ⇒ g : A → B एकैकी है |
- gof : A → C आच्छादक है तथा g : B → C एकैकी है ⇒ f : A → B आच्छादक है |
- gof : A → C एकैकी है तथा f : A → C आच्छादक है ⇒ g : B → C एकैकी है |
प्रमाण :
(i )
माना z, C का स्वेच्छ अवयव है |
∴ x ∈ A ⇒ gof (x) = z ⇒ g ( f (x) ) = z
⇒ g (y) = z , जहाँ y = f (x) ∈ B
सभी z ∈ C के लिए y = f (x) ∈ B का अस्तित्व है ताकि g (y) = z
अत: g : B → C आच्छादक है |
(ii )
माना
f (x1 ) = f (x2 ), ∀ x1 , x2 , ∈ A
⇒ g ( f (x1 ) ) = g ( f (x2 ) )
gof (x1 ) =go f (x2 )
x1 = x2 [
अत: f : A → B एकैकी है |
(iii)
f : A → B आच्छादक :
माना y, B का कोई स्वेच्छ अवयव है |
ताकि ( gof ) (x) = g (y)
g(f(x)) = g(y)
f(x) = y
y ∈ B के लिए, x ∈ A ताकि f (x) = y
अत: f : A → C आच्छादक है |
(iv)
g : B → C एकैकी :
माना y1 y2 ∈ B ताकि f (x1 ) = y1 , f (x2 ) = y2 , ∀ x1 , x2 , ∈ A
माना , g (y1) = g (y2)
g f (x1 ) ) = g ( f (x2 )
g ( f (x1 ) ) = g ( f (x2 ) )
( gof ) (x1 ) = ( gof ) (x2 )
x1 = x2 [
⇒ f (x1 ) = f (x2 ) [
⇒ y1 = y2
अत: g : B → C एकैकी है |
व्युत्क्रमणीय फलन ( Invertible function ) :
यदि फलन f : A → B एकैकी आच्छादक है तो f-1 : B → A जो y ∈ B को एक अद्वितीय x ∈ A से संबध कराता है, f का प्रतिलोम या व्युत्क्रमणीय फलन कहलाता है |
f : A → B ⇒ f (x) = y ⇔ f-1 (y) = x
अर्थात , f : A → B ⇒ f-1 : B → A
dom (f-1 ) = range (f)
range (f-1 ) = dom (f)
Examaple : माना f : R → R : f (x) = 2x + 3 परिभाषित फलन है | तो f का प्रतिलोम फलन निकालें |
हल :
एकैकी :
माना f (x1 ) = f (x2 ), ∀ x1 , x2 , ∈ R
2x1 + 3 = 2x2 + 3
2x1 = 2x2
x1 = x2
∴ एकैकी है |
आच्छादक :
माना y = f (x) ⇒ y = 2x + 3
⇒ x =
सहप्रांत R के सभी अवयवों के पूर्व-प्रतिबिंब प्रांत R में है |
∴ f आच्छादक है |
अत: f एक व्युत्क्रमणीय फलन है |
∴ f-1 : R →R : f-1 (y) =
या, f-1 : R →R : f-1 (x) =
किसी फलन के प्रतिलोम में गुण ( Properties of Inverse of a function )
Property I. केवल एकैकी आच्छादक फलन का प्रतिलोम फलन होता है |
प्रमाण :
माना f : A → B एक व्युत्क्रमणीय फलन है | तो f-1 : B → A इस प्रकार परिभाषित है –
f-1 (y) = x ⇔ f (x) = y , ∀ x ∈ A , y ∈ B
माना f एकैकी नहीं है ( यदि यह संभव है ) |
∴ f (x1 ) = f (x2 ) ⇒ x1 ≠ x2 , ∀ x1 , x2 ∈ A
माना f (x1 ) = f (x2 ) = y
तो x1 = f-1 (y)
x2 = f-1 (y)
f-1 (y) के दो प्रतिबिंब x1 तथा x2 हो जो संभव नहीं है |
f-1 : B → A का अस्तित्व नहीं है |
अत: f-1 का अस्तित्व होगा यदि f एकैकी हो |
माना f आच्छादक नहीं है ( यदि यह संभव है ) |
तो y ∈ B मिलेगा ताकि y ≠ f (x), ∀ x ∈ A
f-1 (y) ≠ x, ∀ x ∈ A
अर्थात् , f-1 के अधीन y का प्रतिबिंब नहीं है
⇒ f-1 का अस्तित्व नहीं है |
अत; f-1 का अस्तित्व होगा यदि f आच्छादक हो |
Property II. यदि प्रतिलोम फलन का अस्तित्व तो यह भी एक एकैकी आच्छादक फलन होता है |
प्रमाण :
माना f : A → B एक एकैकी आच्च्छादक फलन है |
तो f-1 : B → A जो f-1 (y) = x ⇔ ∀ x ∈ A, y ∈ B से परिभाषित है , का अस्तित्व है |
f-1 एकैकी :
माना y1 y2 ∈ B तो y1 = f (x1 ) तथा y2 = f (x2 ),किसी x1 , x2 , ∈ A के लिए,
f-1 ( y1) = f-1 (y2) ⇒ x1 = x2
f (x1 ) = f (x2 )
y1 = y2
∴ f-1 एकैकी है,
f-1 आच्छादक:
माना y ∈ B के लिए y = f (x), ∀ x ∈ A
∴ f-1 (y) = x, y ∈ B के लिए
A के प्रत्येक अवयव का पूर्व प्रतिबिंब B में है |
∴ f-1 आच्छादक है |
अत: f-1 एकैकी आच्छादक फलन है |
Property III. प्रतिलोम फलन यदि इसका अस्तित्व है, आद्वितीय होता है |
प्रमाण :
माना f : A → B एकैकी आच्छादक फलन है क्योंकि इसके प्रतिलोम का अस्तित्व है |
माना g : B → A तथा h : B → A, फलन f : A → B के दो प्रतिलोम हैं |
माना y, B का कोई स्वेच्छ अवयव है |
तो g (y) = x1 तथा h (y) = x2 ( माना ) , ∀ x1 , x2 , ∈ A
∴ g (y) = x1 ⇒ f (x1) = y
h (y) = x2 ⇒ f ( x2) = y
f (x1 ) = f (x2 ) ⇒ x1 = x2
⇒ g (y) = h (y)
⇒ g = h
अत: f-1 : B → A अद्वितीय होगा |
Property IV : यदि f : A → B एक एकैकी आच्छादक फलन है तो fo f-1 = IB तथा f-1o f = IA , जहाँ IA तथा IB क्रमश: समुच्चय A तथा B पर तत्समक फलन है |
प्रमाण :
तो f-1 (y) = x ⇔ f (x) = y, ∀ x ∈ A, y ∈ B
∴ ( fo f-1 )(y) = f ( f-1(y) ), ∀ y ∈ B
= f (x)
= y
= IB
∴ fo f-1 = IB
पुन: ( f-1o f) (x) = f-1 ( f ( x) ), ∀ x ∈ A
= f-1(y)
= x
= IA
∴ fo f-1 = IA
अत: fo f-1 = IB तथा fo f-1 = IA
Property V : माना f : A → B तथा g : B → A दो फलन हैं ताकि gof = IA तथा gof = IB तो f तथा g एकैकी आच्छादक हैं तथा g = f-1
प्रमाण :
f एकैकी :
f (x1 ) = f (x2 ), ∀ x1 , x2 ∈ A
g ( f (x1 ) ) = g ( f (x2 ) )
(gof) (x1 ) = (gof) (x2 ) [
IA (x1 ) = IA (x2 )
x1 = x2
∴ f एकैकी है |
f आच्छादक :
माना y ∈ B तथा, g (y) = x तो
g (y) = x
f (g (y) ) = f ( x )
(fog) (y) = f (x) [
IB(y) = f (x)
y = f (x)
इस प्रकार प्रत्येक y ∈ B के लिए x ∈ A मिलेगा ताकि f (x) = y
∴ f आच्छादक है |
अत: f एकैकी आच्छादक है |
इसीप्रकार, g एकैकी आच्छादक है |
सावित करना है कि g = f-1 :
∴ f-1 का अस्तित्व है |
fog = IB
f-1 o(fog) = f-1oIB
(f-1०f) og = f-1 [ By associativity ]
IA og = f-1
g = f-1
Property VI. माना f : A → B एक व्युत्क्रमणीय फलन है, तो (f-1)-1 = f
प्रमाण :
व्युत्क्रमणीय फलन का प्रतिलोम भी व्युत्क्रमणीय होता है |
f-1 : B → A भी व्युत्क्रमणीय होगा तथा
f-1 : B → A, फलन f का प्रतिलोम होगा |
∴ fo f-1 = IA तथा fo f-1 = IB
f-1 का प्रतिलोम f है |
∴ (f-1)-1 = f
Property VII : यदि f : A → B तथा g : B → C एकैकी आच्छादक फलन हैं, तो (fog)-1 = f-1 og-1
प्रमाण :
∴ gof : A → C एकैकी आच्छादक है |
f-1 : B → A तथा g-1 : C → B का अस्तित्व है |
∴ (fog)-1 : C → A तथा f-1 og-1 : C → A
(fog)-1 (z) = x ⇔ (gof) (x ) = z, ∀ x ∈ A z ∈ C
⇔ g ( f (x) ) = z
⇔ g (y) = z, जहाँ y = f (x)
⇔ y = g-1 (z)
⇔ f-1 (y) = f-1 (g-`1 (z) )
⇔ f-1 (y) = (f-1 og-1 ) (z)
⇔ x = ( f-1 og-1 ) (z) [
(gof)-1 (z) = (f-1 og-1 ) (z), ∀ z ∈ C
(gof)-1 = f-1 og-1
Learn More Chapters Download PDF