फलन ( Functions ) – Class 12th Mathematics Notes & Exercise By Ravikant Sir

फलन ( Function) : किसी नियम f के  A से B में फलन होने के लिए, 

  1. A और B अरिक्त समुच्चय हो | 
  2. A के प्रत्येक अवयव का नियम f के अधीन B में प्रतिबिंब होना चाहिए | 
  3. A के किसी अवयव का प्रतिबिंब B में एक से अधिक नहीं होना चाहिए | 

यदि f, A से B में एक फलन हो तो इसे f : A → B लिखा जाता है | 

यदि f, A के अवयव x को B के अवयव y से संबंधित करता है, तो y, x का f के अधीन प्रतिबिंब (image ) कहलाता है तथा x को y का पूर्व-प्रतिबिंब ( pre-image ) कहते हैं | 

Example :

उदहारण (i) तथा (ii) A से B में फलन है लेकिन (iii) तथा (iv) A से B में फलन नहीं है | क्योंकि (iii) A के अवयव 2 का प्रतिबिंब के से अधिक है | (iv) A के अवयव 3 का प्रतिबिंब B में नहीं है | 

फलन के प्रांत, परिसर तथा सहप्रांत ( Domain, Range and Co-domain of a function ) 

माना f, A से B में एक फलन है ( f : A → B) तो – 

(i) समुच्चय A को फलन f का प्रांत कहते हैं |

         Dom (f) = A 

(ii) समुच्चय A के सभी अवयवों के प्रतिबिंब को , फलन f का परिसर कहते हैं | 

           Range  (f) = { f (x) ; x ∈ A ] 

(iii) समुच्चय B को फलन f का सहप्रांत कहते हैं | 

फलन के प्रकार ( Types of function ) : 

  1. एकैकी या एकैकी फलन ( One – one or injective ) : फलन f : A → B एकैकी या एकैकी फलन कहलता है यदि A के भिन्न-भिन्न अवयवों के B में भिन्न-भिन्न प्रतिबिंब हो | 

Example :

2. बहुएकी फलन ( Many-one function ) : फलन f : A → B बहुएकी फलन कहलाता है यदि A के कम-से-कम दो अवयवों का B में प्रतिबिंब समान हो | 

या, फलन f : A → B के बहुएकी फलन कहलाता है यदि f एकैकी नहीं हो | 

Example :

3. आच्छादक या आच्छादी फलन ( Onto or Surjective Function ) : फलन f : A → B आच्छादक फलन कहलाता है यदि B के प्रत्येक अवयव A के किसी-न-किसी  अवयव का प्रतिबिंब हो | 

यदि f : A → B ममे आच्छादक हो तो f (A) = B 

Example :

नोट –

( i ) एकैकी तथा आच्छादक दोनों है | 

( ii ) बहुएकी तथा आच्छादक दोनों है | 

4. एकैकी आच्छादक या एकैकी आच्छादी फलन ( One-one onto or Bijective Function)  : फलन f : A → B एकैकी आच्छादक फलन कहलाता है यदि f एकैकी तथा आच्छादक दोनों हो | 

Example :

5. अंत: क्षेपी फलन ( Into function ) : फलन f : A → B अंत: क्षेपी फलन कहलाता है यदि B में कम-से-कम ऐसा अवयव हो जिसका पूर्त A में कोई पूर्व प्रतिबिंब न हो | 

यदि f : A → B में अंत: क्षेपी फलन हो तो f (A) ⊂ B

अत: क्षेपी फलन के प्रकार – 

(a) एकैकी अंत: क्षेपी फलन ( One-one Into function ): फलन f : A → B एकैकी अंत: क्षेपी फलन कहलाता है यदि f एकैकी तथा अंत: क्षेपी दोनों हो | 

Example :

(b) बहुएकी अंत: क्षेपी फलन ( Many-one Into function ) : फलन f : A → B बहुएकी अंत: क्षेपी  फलन कहलाता है यदि f बहुएकी तथा अंत: क्षेपी दोनों हो | 

Example :

6. बहुएकी आच्छादक फलन ( Many-one Onto function ) : फलन f : A → B बहुएकी आच्छादक फलन कहलाता है यदि बहुएकी तथा आच्छादक दोनों हो | 

Example :

एकैकी आच्छादक फलन की जाँच : 

  1. माना कि फलन f: R → R, f (x) = 2x + 3 द्वारा परिभाषित है | 

हल :

एकैकी : 

          माना f (x1 ) = f (x2 ),     ∀ x1 , x2 , ∈ A  

                           2x1 + 3 = 2x2 + 3 

                                        2x1  = 2x2 

                                        x1  = x2 

                  ∴ f एकैकी फलन है, 

आच्छादक : 

            माना y = f (x) ⇒ y = 2x + 3 

                                      ⇒ x = ∈ R, जब y ∈ R 

 सहप्रांत R के सभी अवयवों का पूर्व-प्रतिबिंब प्रांत R में है | 

∴ f आच्छादक फलन है | 

अत: f एकैकी आच्छादक फलन है | 

2. माना कि फलन f : N → N, f (x) = 3x + 2 द्वारा परिभाषित है | 

हल :

एकैकी : 

          माना f (x1 ) = f (x2 ),     ∀ x1 , x2 , ∈ A  

                           3x1 + 2 = 3x2 + 2 

                                        3x1  = 3x2 

                                        x1  = x2 

                  ∴ f एकैकी है | 

आच्छादक :     माना y = f (x) 

                                  y = 3x + 2 

                                  x =  ∉ N, जब y ∈ { 1, 2, 3, 4, 6, 7 } 

   सहप्रांत N के सभी अवयवो का पूर्व प्रतिबिंब प्रांत N में नहीं है | 

∴ f आच्छादक फलन नहीं है, 

3. माना कि फलन f: R → R, f (x) =x2 + 2 द्वारा परिभाषि है |

हल :

एकैकी : 

       माना f (x1 ) = f (x2 ),     ∀ x1 , x2 , ∈ A  

                           x12 + 2 = x22 + 2 

                               x1 = x2

                                x1  ≠  ± x2

  ∴ f एकैकी नहीं है | 

नोट: यदि फलन एकैकी न हो तो वह बहुएकी फलन कहलाता है | 

आच्छादक : 

                 माना y = f (x) ⇒ y = x2 + 2 

                                                x2 = y – 2 

                                               x = ∉ R, जब y ∈ ( -∞, 2 ) 

 सहप्रांत R के सभी अवयवो का पूर्व प्रतिबिंब प्रांत R में नहीं है | 

∴ f आच्छादक फलन नहीं है | 

नोट: 

  1. यदि फलन एकैकी आच्छादक न हो तो वह बहुएकी अंत: क्षेपी फलन होता है | 
  2. यदि फलन एकैकी हो तथा आच्छादक न हो तो वह एकैकी अंत: क्षेपी फलन होता है |

प्रश्नावली 2.1 

1. यदि A = { 1, 2, 3, 4 } तथा B = { a, b, c, d } हैं तो f : A → B f : A → B में , निम्नलिखित फलन किस प्रकार का फलन है – 

  1. { (1, a), (2, b), (3, c), (4, d) } 
  2. { (1, a), (2, a), (3, a), (4, a) } 
  3. { (1, a), (2, c), (3, d), (4, d) } 

2. यदि A = {1, 2, 3 } तथा B = { a, b } है तो f : A → B में किस प्रकार का फलन है – 

f = { (1, a ), (2, b), (3, a) } 

3. निम्नलिखित फलनों की एकैकी, आच्छादक, बहुएकी, अंत: क्षेपी एकैकी आच्छादक गुणों की जाँच करे – 

  1. f (x) = x2 द्वारा प्रदत्त f : N → N फलन है | 
  2. f (x) = x2 द्वारा प्रदत्त f : R → R फलन है | 
  3. f (x) = x2 द्वारा प्रदत्त f : Z → Z फलन है | 
  4. f (x) = x2 द्वारा प्रदत्त f : N → N फलन है | 
  5. f (x) = 2x द्वारा प्रदत्त f : R → R फलन है | 
  6. f (x) = [x] द्वारा प्रदत्त ,महत्तम पूर्णांक फलन f : R → R फलन है | 
  7. f (x) = ex   द्वारा प्रदत्त f : R → R फलन है | 
  8. f (x) = 2x + 1 द्वारा प्रदत्त f : Z→ Z फलन है | 
  9. f (x) = [x] द्वारा प्रदत्त महत्तम पूर्णांक  फलन f : R → Z फलन है | 

4. समुच्चय A = { 1, 2, 3, 4, 5 } में सभी f : A → A आच्छादक फलनों की संख्या ज्ञात कीजिए | 

5. सिद्ध कीजिए कि फलन f : N → N जो f (x) = 2x,  ∀ x ∈ N से परिभाषित है, एकैकी तथा अंत: क्षेपी है | 

6. सिद्ध कीजिए कि फलन f : R → R जो f (x) = x – [x] से परिभाषित है  तो एकैकी है और न ही आच्छादक | 

7. यदि A = { 1 2, 3 } है तथा f : A → A में एकैकी फलन है तो सिद्ध करें कि f आच्छादक फलन भी होगा | 

8. माना कि f : R → R इस प्रकार परिभाषित है –

सिद्ध करें कि फलन f न तो एकैकी है और न आच्छादक है | 

9. माना कि f : N → N पर परिभाषित फलन है –

          f (n) = n + 1, यदि n विषम है, 

                    =  n – 1, यदि n सम है |  तथा n ∈ N 

सिद्ध कीजिए f एकैकी आच्छादक है |

10. सिद्ध कीजिए कि फलन f : R – {3} → R – {1} जो f (x) = से परिभिषित है,, एक एकैकी आच्छादक फलन है | 

11. माना कि A = { 1, 2, 3 }, A से A में सभी एकैकी फलन निकालें | 

12. माना कि f : A → B में एकैकी फलन है f का परिसर = {r} है, तो A में अवयवों की संख्या बताएँ | 

बहुविकलपीय प्रश्न ( Multiple Choice Questions ) 

13. फलन  f: N → N जो f (x) = 2x + 7 द्वारा परिभाषित है – 

  1. एकैकी फलन है 
  2. बहुएकी फलन है 
  3. आच्छादक फलन है 
  4. एकैकी आच्छादक फलन है 

14. माना कि f: R → R, f (x), = , ∀ x ∈ R – {0} के द्वारा परिभाषित है, तो f – 

  1. एकैकी है 
  2. आच्छादक है 
  3. एकैकी आच्छादक है 
  4. इनमें से कोई नहीं 

15. यदि f: A → B में आच्छादक फलन हो तो 

  1. f (A) ⊂ B 
  2. f (A) = B 
  3. f (A) ⊃ B 
  4. इनमें से कोई नहीं 

16 . यदि f: A → B में अंत: क्षेपी  फलन हो , तो 

  1. f (A) ⊂ B 
  2. f (A) = B 
  3. f (A) ⊃ B 
  4. इनमें से कोई नहीं 

उत्तरमाला 

1. (i) एकैकी आच्छादक (ii) बहुएकी अंत: क्षेपी (iii) बहुएकी अंत: क्षेपी 

2. बहुएकी आच्छादक 

3.

  1. एकैकी अंत: क्षेपी 
  2. बहुएकी तथा अंत: क्षेपी 
  3. बहुएकी तथा अंत: क्षेपी
  4. एकैकी तथा अंत: क्षेपी
  5. एकैकी आच्छादक 
  6. बहुएकी तथा अंत: क्षेपी 
  7. एकैकी तथा अंत: क्षेपी 
  8. एकैकी तथा अंत: क्षेपी 
  9. एकैकी आच्छादक 

4. 2

11. { (1, 1), (2, 2), (3, 3) }, { (1, 2), (2, 1), (3, 3), }

        { (1, 3), (3, 1), (2, 2) }, { (1, 1), (2, 3), (3, 2) }, 

        { (1, 2), (2, 3), (3, 1) }, { (1, 3), (2, 1), (3, 2) } 

12. a              13. a         14. c          15. b           16. a 

फलनों का संयोजन या फलन का फलन  ( Composition of Functions or Function of function )

माना कि f : A → B तथा g : B → C कोई दो फलन हैं | f तथा g का संयोजन gof द्वारा सूचित होता है तथा निम्न प्रकार से परिभाषित किया जाता है – 

                          ( gof ) :  A → C : ( gof ) ( x ) = g ( f (x ) ), ∀ x ∈ A . 

                                    dom( gof ) = dom( f ) 

तथा go f परिभाषित होने के लिए, range ( f ) ⊆ do m ( g ) . 

नोट : fog परिभाषित होने के लिए range ( g ) ⊆ do m ( f ) तथा dom ( fog ) = dom ( g ) . 

फलन मशीन ( Function Machine ) :

Example : 

माना f = { (1, 2), (3, 5), (4, 1) }

तथा g = { (1, 3), (2, 3), (5, 1) }

dom ( f ) = { 1, 3, 4 }, range ( f ) = { 1, 2, 5 } 

dom ( g ) = { 1, 2, 5 }, range ( g ) = { 1, 3 } 

range ( f ) ⊆ dom ( g ) 

∴ gof परिभाषित है | 

gof ( 1 ) = g ( f ( 1 ) ) = g ( 2 ) = 3 

gof ( 3 ) = g ( ( 3 ) ) = g ( 5 ) = 1 

gof ( 4 ) = g ( f ( 4 ) ) = g ( 1 ) = 3 

gof = { (1, 3), (3, 1), (4, 3) } 

ronge ( g ) ⊆ dom ( f )

∴ fog परिभाषित है | 

 fog ( 1 ) = f ( g ( 1 ) )  = f ( 3 ) = 5 

fog ( 2 ) = f ( g ( 2 ) ) = f ( 3 ) = 5 

fog ( 5 ) = f ( g ( 5 ) ) = f ( 1 ) = 2 

fog = { (1, 5), (2, 5), (5,2) } 

फलनो के संयोजन के कुछ गुणधर्म ( Some properties of composition of function ) 

Property I. फलनों का संयोजन साहचर्य होता है | 

प्रमाण : माना कि f : A → B, g : B → C तथा  h : C → D कोई तीन फलन है | 

तो gof : A → C तथा hog : B → D 

ho ( gof ) : A → D तथा  (hog )of ) : A → D पर परिभाषित होगा | 

∴ dom [ ho ( gof ) ] = dom [ ( hog ) of ] 

[ ho ( gof ) ] ( x ) = h [ ( gof )( x ) ], ∀ x ∈ A

                                   = h [ g { f ( x ) } ] 

                                   = h [ g ( y ) ]  , जहाँ y = f ( x ) 

                                   = h ( z ), जहाँ  z = g ( y ) = g [ f ( x ) ]         — ( i ) 

तथा [ ( hog ) of ] ( x ) = ( hog ) { f ( x ) } 

                                           = ( hog ) ( y ) 

                                           = h [ g ( y ) ] 

                                           = h ( z )                                                      — ( ii )

  समी० ( i ) तथा समी० ( ii ) से, 

[ ho ( gof ) ] ( x ) = [ ( hog )of ] (x), ∀ x ∈ A

                  ho ( gof ) = ( hog ) of 

अत : फलनों का संयोजन साहचर्य होता है | 

Propety II. दो एकैकी आच्छादक फलनों का संयोजन एकैकी आच्छादक होता  है | 

प्रमाण : 

          माना f : A → B तथा g : B → C एकैकी आच्छादक फलन है | तो go f : A → C परिभाषित फलन है | 

gof एकैकी : 

माना ( gof ) ( x1 ) = ( gof ) ( x2 ) , ∀ x, x2 ∈ A  

            g [ f ( x1 ) ] = g  [ f ( x2 ) ]           

                    f ( x1 ) =  f ( x2 )           [ g एकैकी है ]

                         x1  = x2                      [ f एकैकी है ] 

अत : gof एकैकी है | 

gof आच्छादक : 

माना z , C का कोई स्वेच्छ अवयव है | 

g : B → C आच्छादक है, 

∴ z = g ( y ), किसी y ∈ B के लिए 

अब, f : A → B आच्छादक है तथा y ∈ B. 

∴ y = f ( x ), किसी x ∈ A के लिए 

z = g ( y ) = g [ f ( x ) ] = ( gof ) ( x ), ∀ x ∈ A

∴ फलन ( gof ) : A → B आच्छादक है, 

अत : gof एकैकी आच्छादक फलन है | 

Property III. किसी फलन का तत्समक फलन से संयोजक खुद वही फलन होता है | 

या ,

माना f : A → B फलन है | तो सिद्ध करना है : – 

fo I= Iof = f , जहाँ I एक इकाई फलन है | 

प्रमाण :

IA : A → A तथा f : A → B 

  ∴  foIA (x) : A → B 

माना x ∈ A ⇒ IA (x) = x, ∀ x ∈ A 

foIA (x) = f ( IA (x) )

                = f (x) 

    foIA  = f 

पुन: f : A → B तथा IB  : B → B ⇒ IB of : A → B  

माना f (x) = y तो y ∈ B, ∀ x ∈ A 

(IB of) (x) = IB ( f (x) ) 

                    = IB (y)

                    = y 

                    = f (x) 

       IB of = f 

अत:     foIA = IB of = f

Property IV :  माना कि  f : A → B  तथा g : B → A दो फलन है ताकि gof = IA तो f एकैकी तथा g आच्छादक है | 

प्रमाण :

      f एकैकी : 

                 f (x1 ) = f (x2 ),     ∀ x1 , x2 , ∈ A  

        ⇒ g (  f (x1 ) ) = g ( f (x2 ) ) 

                 gof (x1 ) =go f (x2

                     IA (x1 ) = IA (x2 )           [ gof = IA ]

                           x1 = x2

            f एकैकी है | 

      g आच्छादक : 

             माना f (x) = y ∈ B, ∀ x ∈ A

             g (y) = g ( f (x) ) 

                     = gof (x) 

         g (y) = IA (x)                          [ gof = IA ]

          g (y) = x 

∴फलन g के सहप्रांत A के सभी अवयवों का पूर्व – प्रतिबिंब प्रांत B में है | 

∴ g आच्छादक है | 

Property V : माना कि f : A → B  तथा g : B → A दो फलन है ताकि fog = IB तो f आच्छादक तथा g एकैकी है | 

प्रमाण :

       f आच्छादक : 

      माना y ∈ B 

g : B → A ⇒ g (y) ∈ A 

माना  g (y) = x 

f (x) = f ( g (y) ) 

         = fog (y) 

         = IB(y)           [ fog = IB]

        = y 

फलन f के सहप्रांत B के सभी अवयवों का पूर्व – प्रतिबिंब प्रांत A में है | 

  ∴ f आच्छादक है | 

g एकैकी :

                g (y1) = g (y2), ∀ y1 , y2 ∈ B   

  ⇒ f ( g (y1) ) = f ( g (y2) ) 

  ⇒   fog (y1) = fog (y2)

 ⇒      IB (y1) = IB (y2)          [ fog = IB]        

  ⇒            y1 = y2

      ∴ g एकैकी है | 

Property VI : माना कि f : A → B  तथा g : B → A दो फलन है, तो 

  1. gof : A → C आच्छादक है ⇒ g : B → C  आच्छादक है | 
  2. gof : A → C एकैकी है ⇒ g : A → B एकैकी है | 
  3. gof : A → C आच्छादक है तथा g : B → C  एकैकी है  ⇒ f : A → B आच्छादक है | 
  4. gof : A → C एकैकी है तथा f : A → C  आच्छादक है  ⇒ g : B → C एकैकी है | 

प्रमाण :

(i )

    माना z, C का स्वेच्छ अवयव है | 

gof : A → C आच्छादक है, 

∴  x ∈ A ⇒ gof (x) = z ⇒ g ( f (x) ) = z 

                                      ⇒ g (y) = z  , जहाँ  y = f (x) ∈ B

सभी z ∈ C के लिए y = f (x) ∈ B का अस्तित्व है ताकि g (y) = z

अत:  g : B → C आच्छादक है | 

(ii )

    माना

           f (x1 ) = f (x2 ),            ∀ x1 , x2 , ∈ A  

      ⇒ g (  f (x1 ) ) = g ( f (x2 ) ) 

                 gof (x1 ) =go f (x2

                       x1 = x2       [ gof = एकैकी है | ]

            अत: f : A → B एकैकी है | 

(iii)

f : A → B आच्छादक : 

        माना y, B का कोई स्वेच्छ अवयव है | 

g : B → C  तो  g (y) ∈ C 

gof : A → C आच्छादक फलन है तथा g (y) ∈ C, इसलिए x ∈ A 

ताकि ( gof ) (x) = g (y) 

          g(f(x))   = g(y)

          f(x)   = y

    y ∈ B के लिए, x ∈ A ताकि f (x) = y 

अत: f : A → C आच्छादक  है | 

(iv)

g : B → C एकैकी : 

f : A → B आच्छादक है |

माना y1 y2 ∈ B ताकि f (x1 ) = y1 , f (x2 ) = y2 , ∀ x1 , x2 , ∈ A  

माना  ,  g (y1) = g (y2

         g  f (x1 ) ) = g ( f (x2 )

          g (  f (x1 ) ) = g ( f (x2 ) ) 

          ( gof ) (x1 ) = ( gof ) (x2

                         x1 = x            [ gof : A → C एकैकी है | ] 

                  ⇒ f (x1 ) = f (x2 )                          [ gof : A → B एक फलन है ]

                 ⇒       y1 = y2

        अत: g : B → C एकैकी है |

व्युत्क्रमणीय फलन ( Invertible function ) : 

       यदि फलन f : A → B एकैकी आच्छादक है तो  f-1  :  B → A जो y ∈ B को एक अद्वितीय x ∈ A से संबध कराता है, f का प्रतिलोम या व्युत्क्रमणीय फलन कहलाता है | 

              f : A → B ⇒ f (x) = y ⇔ f-1 (y) = x 

        अर्थात ,     f : A → B ⇒ f-1  :  B → A

       dom (f-1 ) = range (f)

        range (f-1 ) = dom (f) 

Examaple : माना f : R → R : f (x) = 2x + 3 परिभाषित फलन है | तो f का प्रतिलोम फलन निकालें | 

हल  :

एकैकी : 

        माना f (x1 ) = f (x2 ), ∀ x1 , x2 , ∈ R 

                  2x1 + 3 = 2x2 + 3 

                        2x1 = 2x2   

                         x1 = x2   

          ∴ एकैकी है | 

आच्छादक : 

            माना y = f (x) ⇒ y = 2x + 3 

                                      ⇒ x =  ∈ R, जब y ∈ R 

सहप्रांत R  के सभी अवयवों के पूर्व-प्रतिबिंब प्रांत R में है  | 

              ∴ f आच्छादक है |

अत: f एक व्युत्क्रमणीय फलन है | 

∴ f-1  : R →R : f-1 (y) = 

या, f-1  : R →R : f-1 (x) =  

किसी फलन के प्रतिलोम में गुण ( Properties of Inverse of a function ) 

Property  I. केवल एकैकी आच्छादक फलन का प्रतिलोम फलन होता है | 

प्रमाण :

        माना f : A → B एक व्युत्क्रमणीय फलन है | तो f-1  :  B → A इस प्रकार परिभाषित है –

  f-1 (y) = x ⇔ f (x) = y , ∀ x ∈ A , y ∈ B 

माना f एकैकी नहीं है ( यदि यह संभव है  ) |

∴ f (x1 ) = f (x2 ) ⇒ x1 ≠  x2 , ∀ x1 , x2  ∈ A  

माना f (x1 ) = f (x2 ) = y 

तो x1 =  f-1 (y) 

      x2  = f-1 (y)

f-1 (y) के दो प्रतिबिंब x1 तथा  xहो जो संभव नहीं है | 

f-1  :  B → A का अस्तित्व नहीं है | 

अत: f-1  का अस्तित्व होगा यदि f एकैकी हो | 

       माना f आच्छादक नहीं है ( यदि यह संभव है ) |

तो y ∈ B मिलेगा ताकि y ≠ f (x), ∀ x ∈ A  

f-1 (y) ≠ x, ∀ x ∈ A 

अर्थात् , f-1 के अधीन y का प्रतिबिंब नहीं है 

⇒ f-1  का अस्तित्व नहीं है | 

अत; f-1  का अस्तित्व होगा यदि f आच्छादक हो | 

Property II. यदि प्रतिलोम फलन का अस्तित्व तो यह भी एक एकैकी आच्छादक फलन होता है | 

प्रमाण :

        माना f : A → B एक एकैकी आच्च्छादक फलन है | 

    तो f-1  :  B → A जो f-1 (y) = x ⇔ ∀ x ∈ A, y ∈ B से परिभाषित है , का अस्तित्व है | 

f-1  एकैकी : 

माना y1 y2 ∈ B तो y1 = f (x1 ) तथा y2 = f (x2 ),किसी x1 , x2 , ∈ A के लिए, 

f-1 ( y1) = f-1 (y2) ⇒ x1 = x

  f (x1 ) = f (x2

       y1 = y

∴  f-1 एकैकी है, 

f-1 आच्छादक: 

f : A → B आच्छादक फलन है | 

माना y ∈ B के लिए y = f (x), ∀ x ∈ A 

∴  f-1  (y) = x, y ∈ B के लिए 

A के प्रत्येक अवयव का पूर्व प्रतिबिंब B में है | 

∴ f-1 आच्छादक है |

अत: f-1 एकैकी आच्छादक फलन है | 

Property III.  प्रतिलोम फलन यदि इसका अस्तित्व है, आद्वितीय होता है | 

प्रमाण :

         माना f : A → B एकैकी आच्छादक फलन है क्योंकि इसके प्रतिलोम का अस्तित्व है | 

माना g : B A तथा h : B → A, फलन f : A → B के दो प्रतिलोम हैं |

माना y, B का कोई स्वेच्छ अवयव है | 

तो g (y) = x1 तथा h (y) = x2 ( माना ) , ∀ x1 , x2 , ∈ A 

g तथा h, f का प्रतिलोम है – 

  g (y) = x1 ⇒ f (x1) = y 

      h (y) = x2 ⇒ f ( x2) = y 

f : A → B एकैकी है – 

f (x1 ) = f (x2 ) ⇒ x1 = x2 

                            ⇒ g (y) = h (y) 

                            ⇒ g = h 

अत: f-1  :  B → A अद्वितीय होगा | 

Property IV : यदि f : A → B एक एकैकी आच्छादक फलन है तो fo f-1  = IB तथा f-1o f = IA , जहाँ IA तथा IB क्रमश: समुच्चय A तथा B पर तत्समक फलन है | 

प्रमाण : 

        f : A → B एक एकैकी आच्छादक फलन है f-1  :  B → A में एकैकी आच्छादक होगा | 

तो f-1 (y) = x ⇔ f (x) = y, ∀ x ∈ A, y ∈ B

  ( fo f-1 )(y) = f ( f-1(y) ),  ∀ y ∈ B 

                      = f (x) 

                      = y 

                     = IB

              fo f-1 = IB

पुन: ( f-1o f) (x) = f-1 ( f ( x) ),        ∀ x ∈ A

                                = f-1(y) 

                                = x 

                               = IA

                fo f-1 = IA  

    अत: fo f-1 = Iतथा fo f-1 = IA  

Property V माना f : A → B तथा g : B → A दो फलन हैं ताकि gof = IA  तथा gof = IB तो f तथा g एकैकी आच्छादक हैं तथा g = f-1 

प्रमाण :

        f एकैकी : 

                      f (x1 ) = f (x2 ), ∀ x1 , x2 ∈ A  

                  g ( f (x1 ) ) = g ( f (x2 ) )

                (gof) (x1 ) = (gof) (x2 )    [ gof = IA ]  

                   IA (x1 ) = IA (x2 )

                          x1  = x2

            ∴ f एकैकी है | 

f आच्छादक : 

            माना y ∈ B तथा, g (y) = x तो

                   g (y) = x 

             f (g (y) ) = f ( x ) 

            (fog) (y) = f (x)           [ gof = IB ]

                IB(y)  = f (x)

                          y = f (x) 

इस प्रकार प्रत्येक y ∈ B के लिए x ∈ A मिलेगा ताकि f (x) = y 

  ∴ f आच्छादक है | 

अत: f एकैकी आच्छादक है |  

इसीप्रकार, g एकैकी आच्छादक है | 

सावित करना है कि g = f-1 :

f : A → B एकैकी आच्छादक है | 

    ∴ f-1 का अस्तित्व है | 

fog = I

f-1 o(fog) = f-1oI

(f-1०f) og = f-1         [ By associativity ]

IA og = f-1

g = f-1  

Property VI.  माना f : A → B एक व्युत्क्रमणीय फलन है, तो (f-1)-1 = f  

प्रमाण :

        f : A → B एक व्युत्क्रमणीय फलन है | 

     व्युत्क्रमणीय फलन का प्रतिलोम भी व्युत्क्रमणीय होता है | 

f-1  :  B → A भी व्युत्क्रमणीय होगा  तथा

f-1  :  B → A, फलन f का प्रतिलोम होगा | 

∴ fo f-1 = Iतथा fo f-1 = IB

f-1  का प्रतिलोम f है | 

∴ (f-1)-1 = f   

Property VII :   यदि f : A → B तथा g : B → C एकैकी आच्छादक फलन हैं, तो (fog)-1 = f-1 og-1

प्रमाण :

          f : A → B तथा g : B → C एकैकी आच्छादक फलन हैं| 

                  ∴ gof : A → C एकैकी आच्छादक है | 

            f-1 : B → A तथा g-1 : C → B का अस्तित्व है | 

        ∴ (fog)-1 : C → A तथा f-1 og-1 : C → A 

            (fog)-1 (z) = x ⇔ (gof) (x ) = z, ∀ x ∈ A z ∈ C 

                                        ⇔ g ( f (x) ) = z 

                                        ⇔ g (y) = z, जहाँ y = f (x) 

                                        ⇔ y = g-1 (z)

                                        ⇔ f-1 (y) = f-1 (g-`1 (z) )

                                        ⇔ f-1 (y) = (f-1 og-1 ) (z) 

                                        ⇔ x = ( f-1 og-1 ) (z)     [ f-1 (y) = x ]

(gof)-1 (z) = (f-1 og-1 ) (z),    ∀ z ∈ C   

      (gof)-1  = f-1 og-1 

 

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