1. यदि घन का आयतन 216 cm3 हो ,तो घन का किनारा कितना होगा ?
6 cm
12 cm
4 cm
9 cm
उत्तर – A
2. यदि वर्ग का विकर्ण 6√2 सेमी है, तो वर्ग की भुजा की लंबाई होगी |
4√2 सेमी
4 सेमी
6 सेमी
256 सेमी
उत्तर-C
3. घनाभ के तीन संलग्न फलकों का क्षेत्रफल क्रमशः x2 , y2 तथा z2 है तो इसका आयतन बराबर होगा |
2xyz
x2 y2 z2
x2 + y2 + z2
xyz
उत्तर-D
4. यदि घनाभ की लम्बाई, चौड़ाई तथा ऊँचाई क्रमशः 12 cm, 10 cm तथा 8 cm हो तो घनाभ का आयतन होगा |
96 cm3
980 cm3
960 cm3
1960 cm3
उत्तर-C
5. यदि शंकु के आधार का क्षेत्रफल उसके आयतन के बराबर हो तो शंकु की ऊँचाई होगी |
2 इकाई
4 इकाई
3 इकाई
6 इकाई
उत्तर-C
6. समान आधार पर समान ऊँचाई वाले लंबवृत्तीय बेलन और लंवृत्तीय शंकु के आयतनों का अनुपात कितना होगा ?
1 : 3
1 : 9
3 : 1
9 : 1
उत्तर-C
7. किसी घन के एक किनारा और विकर्ण की लम्बाई का अनुपात है |
1 : 2
2 : 1
1 : √3
√3 : 1
उत्तर-C
8. गोला के सम्पूर्ण पृष्ठ का क्षेत्रफल निम्न में कौन होगा अगर त्रिज्या = r हो –
πr2
4πr2
πr2
πr3
उत्तर-B
9. यदि अर्द्धगोले की त्रिज्या r हो तो उसका सम्पूर्ण पृष्ठ क्षेत्रफल होगा |
3πr2
2πr2
4πr2
इनमें से कोई नहीं
उत्तर-A
10. r त्रिज्या वाले अर्द्धगोले का आयतन है |
πr3
πr3
πr3
इनमें से कोई नहीं
उत्तर-C
11. यदि शंकु के छिन्नक के सिरों की त्रिज्याएँ क्रमशः R एवं r तथा ऊँचाई छिन्नक की ऊँचाई h हो तो छिन्नक का आयतन होगा |
πh(R2 + r2 + Rr)
πh(R2 + r2 + Rr)
πh(R2 + r2 – Rr)
πh(R2 + r2 – Rr)
उत्तर-A
12. r त्रिज्या तथा h ऊँचाई वाले बेलन का आयतन है |
πr2h
πr2h
πr2h
2πr2h
उत्तर-A
13. यदि गोले की त्रिज्या आधी कर दी जाए तो मूल गोले और नये गोले के आयतनों का अनुपात होगा |
1 : 4
1 : 8
4 : 1
8 : 1
उत्तर-D
14. खोखले गोलीय शेल का बाहरी व्यास एवं भीतरी व्यास एवं भीतरी व्यास क्रमशः x तथा y है तो इसका आयतन होगा |
π(x3 – y3)
(x + y)(x2 – xy + y2)
(x – y)(x2 + xy + y2)
इनमें से कोई नहीं
उत्तर-C
15. समान आधार त्रिज्या और समान ऊँचाई वाले बेलन तथा अर्द्धगोले के आयतन का अनुपात है |
1 : 3
3 : 1
2 : 3
3 : 2
उत्तर-D
16. r त्रिज्या एवं l तिर्यक ऊँचाई वाले शंकु का पूर्ण पृष्ठ क्षेत्रफल है |
πr(l + r)
πr(l – r)
πr(r + l)
इनमें से कोई नहीं
उत्तर-A
17. 12 सेमी व्यास के एक गोले द्वारा विस्थापित हवा का आयतन (सेमी3 में) है |
144
288
144π
288π
उत्तर-D
18. किसी 5 सेमी भुजा वाले घन को बाँटकर 1 सेमी भुजा वाले कितने घन बनाये जा सकते हैं |
5
50
125
250
उत्तर-C
19. 80 सेमी त्रिज्या के आधार वृत्त एवं 20 सेमी ऊँचाई वाले बेलन के कुल पृष्ठ क्षेत्रफल तथा वक्र सतह पृष्ठ क्षेत्रफल का अनुपात है |
1 : 2
2 : 1
3 : 1
5 : 1
उत्तर-D
20. एक 8 सेमी त्रिज्या के सीसे के ठोस गोले से 1 सेमी त्रिज्या के कितने ठोस गोले बनाये जा सकते हैं |
256
512
576
1024
उत्तर-B
21. एक खोखले गोले का आतंरिक तथा बाह्य व्यास क्रमशः 4 सेमी तथा 8 सेमी है | इसे गलकर एक 8 सेमी व्यास वाले आधारावृत का शंकु बनाया जाता है | शंकु की ऊँचाई (सेमी में) है |