लघु उत्तरीय प्रश्न
- प्रकाश का अपवर्तन के कितने नियम हैं ? उन्हें लिखें |
उत्तर – प्रकाश के अपवर्तन के दो नियम हैं |
(i ) आपतित किरण, अपवर्तित किरण तथा आपतन – बिंदु पर खीचा गया अभिलम्ब तीनों एक ही समतल में होते हैं |
( ii ) प्रकाश किरण के आपतन कोण की ज्या ( sine ) तथा अपवर्तन कोण की ज्या ( sine ) का अनुपात एक नियतांक होता है |
2. वायु में गमन करती प्रकाश की एक किरण जल में तिरछी प्रवेश करती है | क्या प्रकाश – किरण अभिलम्ब की ओर झुकेगी अथवा अभिलम्ब से दूर हटेगी ? कारण भी बताएं |
उत्तर – वायु में गमन करती प्रकाश की एक किरण तिरछे रूप से जब जल में प्रवेश करती है तो वह किरण अभिलम्ब की ओर झुकेगी | इसका कारण यह है के वायु की अपेक्षा जल प्रकाशत: सघन माध्यम है |
3. निरपेक्ष अपवर्तनांक किसे कहते हैं ?
उत्तर – निर्वात में प्रकाश की चाल ( C) तथा किसी माध्यम में प्रकाश की चाल ( C ) के अनुपात को उस माध्यम का निरपेक्ष अपवर्तनांक कहते हैं |
अतः , n = C /Cm , जहाँ n माध्यम का निरपेक्ष अपवर्तनांक है |
4. उत्तल लेंस के किन्हीं दो उपयोगों को बताएं |
उत्तर – उत्तल लेंस का उपयोग ( i ) नेत्र के दूर दृष्टि दोष को सुधारने में और ( ii ) छपाई के छोटे -छोटे अक्षरों को पढ़ने में होता है |
5. अवतल लेंस के किन्हीं दो उपयोगों को बताएँ |
उत्तर – ( i ) अवतल लेंस का उपयोग नेत्र के निकट – दृष्टि दोष को सुधारने में होता है |
( ii ) प्रकाशिक यंत्रो में अवतल तथा उत्तल लेंसों का संयोग ( combination ) काम में लाया जाता है |
6. लेंस की क्षमता ( power ) किसे कहते हैं ? इसका SI मात्रक क्या है ?
उत्तर – लेंस की क्षमता – प्रकाश – किरण को मोड़ने की लेंस की शक्ति को लेंस की क्षमता कहते है और इसे लेंस की फोकस – दूरी के व्युत्क्रम द्वारा व्यक्त किया जाता है |
अर्थात , लेंस की क्षमता ( P ) = 1 / फोकस – दूरी ( f ) या P = 1 / f
लेंस की क्षमता का SI मात्रक m‾ ¹होता है | [ 1 D =1 m‾ ¹ ]
7. जब प्रकाश एक माध्यम से दुसरे माध्यम में प्रवेश करता है तब प्रकाश की दिशा में परिवर्तन को क्या कहते हैं ?
उत्तर – जब प्रकाश एक माध्यम से दुसरे माध्यम में प्रवेश करता है तब प्रकाश की दिशा में परिवर्तन के क्रिया को प्रकाश का अपवर्तन कहते हैं |
8. स्नेल का नियम क्या है ?
उत्तर – किन्हीं दो माध्यमों और प्रकाश के किसी विशेष वर्ग ( रंग ) के लिए आपतन कोण की ज्या और अपवर्तन कोण की ज्या का अनुपात एक नियतांक होता है |
अर्थत sin i / sin r = एक नियतांक
9. पार्श्विक विस्थापन ( Lateral displacement ) से आप क्या समझते हैं |
उत्तर – काँच की सिल्ली से प्रकाश के अपवर्तन में आपतित करण और निर्गत किरंद के बीच की लम्बत दूरी को पार्श्विक विस्थापन (lateral displacement ) कहते हैं |
10. दैनिक जीवन में लंसों के दो साधारण उपयोग बताएँ |
उत्तर – दैनिक जीवन में लेंसों के साधारण उपयोग हैं –
सूक्ष्मदर्शी तथा दूरबीन आदि में आवर्धन बढ़ाने के लिए तथा स्पष्ट प्रतिबिंब प्राप्त करने के लिए एक से अधिक लेंस के संयोग का उपयोग क्या जाता है |
11.प्रकाश के अपवर्तन का क्या तात्पर्य है ?
उत्तर – प्रकाश की किरणों के एक पारदर्शी माध्यम से दुसरे पारदर्शी माध्यम में जाने पर दिश – परिवर्तन ( अर्थात् मुड़ने ) की क्रिया को प्रकाश का अपवर्तन कहा जाता है|
12. हमारे दैनिक जीवन में प्रकाश के अपवर्तन के उपयोग के दो उदाहरणों को लिखें |
उत्तर – हमारे दैनिक जीवन में प्रकाश के दो उदाहरण निम्नलिखित हैं –
1. प्रकाश के अपवर्तन के कारण पानी की सतह पर छड़ी का मुड़ा हुआ दिखना |
2. प्रकाश के अपवर्तन के कारण पानी से भरी बाल्टी की गहराई का कम प्रतीत होना |
13. पानी में रखा हुआ सिक्का कुछ ऊपर उठा प्रतीत होता है | क्यों ?
उत्तर – पानी में रखा हुआ सिक्का कुछ ऊपर उठा हुआ प्रतीत होता है क्योंकि यहाँ पर प्रकाश के अपवर्तन का नियम लागु होता है | किसे भी बरतन के पानी में रखा हुआ सिक्का आँखों को देखने से ऊपर उठा हुआ प्रतीत होता है |
14. उत्तल लेंस को अभिसारी ( Converging ) लेंस और अवतल लेंस को अपसारी ( diverging ) लेंस क्यों कहते हैं ?
उत्तर – उत्तल लेंस पर जब प्रकाश की समांतर किरणें आपतित होती हैं तो लेंस से अपवर्तन के बाद ये समांतर किरणें एक बिंदु पर मिलती हैं | इससे स्पष्ट होता है कि उत्तल लेंस समांतर किरणों को अभासरित करता है | इस गुण के कारण इसे अभिसारी लेंस कहते हैं |
जब प्रकाश की किरणें किसी अवतल लेंस पर पड़ती हैं तो लेंस से अपवर्तन के बद ये समांतर किरणें आपस में फैलती जाती हैं | अर्थात् , अवतल लेंस प्रकाश की समांतर किरणों को अपसारित कर देता है | इस गुण के कारण अवतल लेंस को अपसारी लेंस कहते हैं |
दीर्ध उत्तरीय प्रश्न
1. उत्तल लेंस और अवतल लेंस में अंतर स्पष्ट करें |
उत्तर –
उत्तल लेंस | अवतल लेंस |
( i ) उत्तल लेंस की दोनों सतहें बाहर की ओर उभरी होती हैं तथा यह किनारों की अपेक्षा बीच में मोटा होता है | | ( i ) अवतल लेंस की दोनों सतहें भीतर की ओर वक्रित होता है तथा यह किनारों की अपेक्षा बीच में पतला होता है | |
( ii ) उत्तल लेंस अपने ऊपर आपतित प्रकाश – किरणों को अभिसरित करता है , इसलिए इसे अभिसारी लेंस ( converging lens ) कहा जाता है | | ( ii ) अवतल लेंस अपने ऊपर आपतित प्रकाश – किरणों को अपसरिक करता है , इसलिए इसे अपसारी लेंस ( diverging lens ) कहा जाता है | |
( iii ) उत्तल लेंस द्वारा वास्तविक और आभासी ( काल्पनिक ) दोनों प्रकार के प्रतिबिम्ब बनते हैं | | ( iii ) अवतल लेंस द्वारा केवल आभासी प्रतिबिम्ब ही बनते हैं | |
( iv ) उत्तल लेंस का मुख्य फोकस वास्तविक होता है | | ( iv ) अवतल लेंस का मुख्य फोकस काल्पनिक होता है | |
( v ) उत्तल लेंस की क्षमता ( power ) घनात्मक होती है | | ( v ) अवतल लेंस की क्षमता ऋणात्मक होती है | |
2. एक उत्तल लेंस की फोकस – दुरी 50 cm है | उसकी क्षमता निकालिए |
उत्तर – दिया गया है कि लेंस की फोकस – दुरी
f = +50 cm = + 0.5 m
सूत्र P = 1/f से ,
P= 1/+0.5 = +2 m ‾ ¹ = +2D
अतः लेंस की क्षमता = 2D है |
Sir ye questions 2021 matric exam me ayega kya?